अमरकंटक – श्रवण उपाध्याय (पत्रकार) –
मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली/पवित्र नगरी अमरकंटक में आज दिनांक 20 जनवरी 2023 शुक्रवार को पुज्यपाद ब्रह्मलीन शोत्रीय ब्रम्हनिष्ठ अनंत श्री विभूषित परमहंस परिब्राजकाचार्य परमपूज्य श्री 108 महामंडलेश्वर श्री स्वामी शारदानंद सरस्वती जी महाराज श्री दिनांक 06-11-2022 को रात्रि 10 बजे ब्रम्हलीन हो गए थे । महाराज श्री के विग्रह को श्री एकरसानंद आश्रम मैनपुरी में उनके दिव्य शरीर को समाधिस्थ किया गया था ।
आज शिव चतुर्दशी माघ कृष्ण १३/१४ शुक्रवार को मृत्युंजय सेवा आश्रम अमरकंटक में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन प्रातःकाल 8 बजे से उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से पधारे भक्तो द्वारा सस्वर सुंदरकाण्ड के पाठ से प्रारंभ हुआ ।
महाराज श्री का पूजन उपरांत पुष्पांजलि अर्पित की गई , तत्पश्चात संत ,ब्राम्हण ,भक्तजनों हेतु श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कार्यक्रम किया गया । मृत्युंजय आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद जी महाराज श्रद्धांजलि सभा में आगमन उपरांत मंच पर प्रमुख रूप से विराजमान संत श्री आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी रामकृष्णानंद जी महाराज , महंत महामंडलेश्वर रामभुषण दास जी महाराज , जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी राजराजेश्वराचार्य जी महाराज , महंत नर्मदानंद जी महाराज , संत रामेश्वरानंद (रामप्रसाद) महाराज जी , बाबा लवलीन महाराज जी , महंत ब्रम्हागिरी जी महाराज , महंत महेश चेतन्य जी महाराज व अन्य सैकड़ों संतो के अलावा नर्मदा मंदिर पुजारी पंडित राजेश द्विवेदी , पंडित धनेश द्विवेदी , पंडित उमेश द्विवेदी , पंडित कामता प्रसाद द्विवेदी , पंडित उत्तम द्विवेदी , पंडित जितेंद्र द्विवेदी , पंडित सुनील द्विवेदी के अलावा अनेक पंडितगण, आए भक्तगण तथा अमरकंटक नगर के प्रेमीजन , बाहर से पधारे सभी भक्तगण ब्रम्हलीन पूज्य महाराज श्री शारदानंद जी के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित कर अपने श्रद्धासुमन अर्पित पश्चात संत तथा भक्तो ने वचनांजली चरणों में अर्पित की । स्वामी हरिहरानंद जी महाराज ने अपना गुरु सेवा से प्राप्त अनुभव को सब के समक्ष व्यक्त किए । वे गुरु वचनों को बताते हुए उनकी आंखे नम हो गई और वे ज्यादा कुछ कह नहीं पा रहे थे परंतु हल्के लहजे से सभी आगंतुक गुरु संतो , गुरु भक्तो , गुरु प्रेमी जानो को गुरु स्थान में अपना प्रेम आशीष बनाये रखने की बात कही और उनके बताए हुए रास्तों में चलने का संकल्प लिया । अमरकंटक में एक संस्कृत विद्यालय खोलने का भी संकल्प था जो पूर्ण करने का प्रयास होगा तथा एक यज्ञ भी अप्रैल माह में केंदई आश्रम में करने का गुरुजी जी के मन में था उसे भी पूर्ण करने का प्रयास सब मिल कर किया जायेगा ।
उसके बाद कन्या पूजन का कार्यक्रम प्रारभ हुआ उसके बाद संत पूजन फिर प्रसाद वितरण कार्यक्रम शुरू हुआ । मृत्युंजय आश्रम में विशाल भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें हजारों हजार नगर व सुदूर वनांचल क्षेत्रों से पहुंचे भक्तो व प्रेमी जन आकर पूज्य श्री का प्रसाद ग्रहण किये । यह सिलसिला दोपहर एक बजे से लेकर रात्रि 10 बजे तक अनवरत चलता रहा । लोग आते गए प्रसाद पाते गए । दोपहर एक बजे से लेकर 5 बजे तक प्रसाद पाने वालो की अपार भीड़ रही जिसे आश्रम की मेन गेट में लोकल प्रशासन भी अपनी सेवाए दे रखी थी जिससे भारी भीड़ को नियंत्रित में रखा गया ।
आश्रम के सेवक योगेश दुबे ने बताया की महाराज जी के अनेक प्रदेश में भक्त है । आज स्वामी जी के श्रद्धांजलि समारोह कार्यक्रम में कई प्रदेश व जिले से लोग पहुंचे है । आज यहां भंडारे में लगभग 10 से 15 हजार भक्तो ने प्रसाद ग्रहण किया । भंडारे का प्रसाद बनाने वाली टीम बिलासपुर की रही । मैनपुरी आश्रम के सेवक व अन्य कई भक्तगण तथा लोकल सेवको ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में भरपूर योगदान दिया । उन सबको स्वामी जी का भरपूर आशीष प्राप्त हो ।