अमरकंटक — श्रवण उपाध्याय
माँ नर्मदा जी की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में स्थित फलाहारी आश्रम में नवरात्रि के अंतिम दिवस दसमी को 10 अप्रैल दिन रविवार को दोपहर 2:00 बजे से फलाहारी आश्रम में विराजमान राम जानकी व लक्ष्मण जी की मूर्ति को पूरे आदर पूर्वक पूजन कर विशाल रथ में विराजमान कर नगर भ्रमण के लिए निकाला गया ।
फलाहारी आश्रम के महंत अनंत श्री विभूषित जगतगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामराजेश्वराचार्य (सामर्थ माऊली सरकार ) भी शोभायात्रा के साथ साथ चले । उन्ही के निर्देशन में पूरी व्यवस्था का संचालन भक्तों के सहयोग , लगन से श्रीराम जानकी व लक्ष्मण ध्वजा लहराते हुए नगर भ्रमण के लिए शोभायात्रा निकल पड़ी जो आश्रम से निकलकर मुख्य सड़कों से होते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय चौक तक व वापस नगर से होते हुए माँ नर्मदा मंदिर पहुच पूजन अर्चन पश्चात यात्रा की समाप्ति की गई ।
इसके बाद भंडारे प्रसाद का आयोजन सभी भक्तों को कराया गया । इस शोभायात्रा में सैकड़ों की संख्या में भक्तगण शामिल हुए । जगद्गुरु श्री माऊली सरकार के सानिध्य में यह शोभायात्रा भारी भब्यता के साथ निकली व सभी भक्तगण के अलावा नगरवासी राम नाम की जय घोष से अमरकंटक के चारो दिशाओं में फैल रहा था । दसमी का उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया । इस उत्सव में पुष्पराजगढ़ के भारी संख्या में लोग पहुच कर शोभायात्रा में चारचांद लगाए तथा राम जी का रथ भी नगर भ्रमण में शोभायमान दिख रहा था जिससे उत्सव के दल और आनंदित कर रहा था । पुष्पराजगढ़ के अलावा नगर के दर्जनों की संख्या में लोग शोभायात्रा में सम्मलित हुए ।