अमरकंटक :- श्रवण उपाध्याय ( पत्रकार )
माँ नर्मदा जी की उद्गम स्थळी , पवित्र नगरी अमरकंटक में श्रावण मास के पावन तिथि हरियाली अमावस्या पर्व पर प्रमुख आश्रमों में से एक कल्याण सेवा आश्रम प्रतिवर्ष वर्षा काल में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नए नए पौधों का रोपण किया गया । इससे अमरकंटक के पर्यावरण को मदद भी मिलेगी । यहां का पर्यावरण साफ , सुंदर व घना भी है । आज हरियाली अमावस्या के पावन पर्व पर कल्याण सेवा आश्रम अमरकंटक के प्रमुख शाखाओं में कपिला गौशाला में लगभग 300 पौधे , कल्याणिका केंद्रीय शिक्षा निकेतन विद्यालय अमरकंटक में लगभग 50 पौधे , कल्याणिका केंद्रीय शिक्षा निकेतन विद्यालय ब्रांच पटना राजेंद्रग्राम में लगभग 250 पौधे व कल्याण सेवा आश्रम कृषि फार्म किर्गी में भी लगभग 300 पौधे तथा मां कल्याणिका विद्यालय पेंड्रारोड (गौरेला) में भी लगभग 100 पौधों का रोपण किया गया । इन सभी जगह व संस्थाओं में पौधे आज संतो के द्वारा रोपित किए गए , जिसमें सबसे ज्यादा पौधा कपिला गौशाला अमरकंटक में लगाया गया और पूरे पौधे सिर्फ और सिर्फ फलदार वृक्ष ही रोपित किये गये है जो बड़े होकर छाया के साथ-साथ खट्टे-मीठे फल भी देंगे , जिससे जीव जंतुओं का भी भरण पोषण हो सकेगा ।।
पंचवटी वृक्ष का किया गया रोपण
श्री कल्याण सेवा आश्रम के परम तपस्वी संत बाबा कल्याण दास जी के आशीर्वाद से एवं प्रबंध न्यासी स्वामी हिमाद्री मुनि जी की सहमति से स्वामी धर्मानंद जी के द्वारा कपिला गौशाला में पंचवटी वृक्ष की एक शाखा तैयार की गई जिसमें 5 तरह के पौधे आम पीपल बरगद डूमर और नीम यह पांचो पौधो का विधि विधान से पूजन करने के बाद रोपित किया गया । संत बताते है कि इन पंच पल्लव वृक्ष का पूजन करने से सांसारिक लोगो को बहुत बड़ा लाभ मिलता है । इन पौधों के समूह को पंचवटी कहा जाता है । यह जहां पर भी लगा रहता है वहां पर देवताओं का वास होता है ।पौधारोपण में अलग अलग जगहों पर आश्रम के अन्य संतों में स्वामी जगदीशानंद जी महाराज , स्वामी हर स्वरूप जी महाराज , स्वामी शांतानंद जी महाराज के अलावा आश्रम के कर्मचारी व भगत जगतगण उपस्थित रहे।।
इसी तरह अमरकंटक के अन्य आश्रमो जैसे शांति कुटी आश्रम अमरकंटक , परमहंस आश्रम धारकुंडी शाखा अमरकंटक जैसे संतो ने भी अपने अपने आश्रमो फूल व फलदार वृक्ष लगवाए है ।
पर्यावरण के प्रेमी संतो ने वर्ष में अनेक वृक्ष रोपित कर देते है । इन आश्रमो में पूजन पाठ में फूलों की आवश्यक्ता खूब होती है , जिस कारण भी आश्रमो फूलों की खूब प्रकार भी देखने को मिल जाता है ।
हरियाली अमावस्या तिथि पर अमरकंटक में अनेक जगह वृक्षा रोपण किया गया , जिस तरह से अमरकंटक क्षेत्र में फारेस्ट विभाग की तरफ से 100 हेक्टेयर में औषधीय व बड़े वृक्ष लगा कर पर्यावरण को संतुलन बनाये रखने में सहयोग होगा ।