अमरकंटक :- श्रवण उपाध्याय
माँ नर्मदा जी की उद्गम स्थळी / पवित्र नगरी अमरकंटक में स्थित शासकीय उद्यान में कार्यरत रामविमाल पांडेय / स्वर्गीय श्री बुद्धसेन पांडेय निवासी वार्ड ग्यारह अमरकंटक ने अपने जीवन काल के अड़तीस वर्ष एक माह की सेवाये शासकीय उद्यान अमरकंटक को दिए । वे बासठ वर्ष की आयु पूर्ण कर अब अपने शासकीय कार्य से भारमुक्त हो रहे है । उन्होंने अपने शासकीय कार्यकाल में बहुत उतार-चढ़ाव देखे , पर कंही भी वे अपने पथ से डिगे नही । उन्होंने इस संस्था में जून उन्नीस सौ चौरासी से अपनी सेवाएं देना प्रारम्भ की थी , जो कि लास्ट जुलाई दो हजार बाइस को पूर्ण कर रहे है । जबकि अभी तक उन्हें कोई रिटायर्ड होने का पत्र नही मिल पाया है । पाण्डे जी का कहना है कि शासन से जानकारी व पत्र अवश्य आएगा , समयनुसार हमारा रिटायर्ड का समय पूर्ण हुआ जिस वजह से स्टाफ के लोग बिदाई कर सम्मान प्रेसित किये ।
आज हमारे कार्य स्थल कार्यालय में अधिकारी धर्मेंद्र कुमार ब्यौहार जी की उपस्थिति में सभी स्टाफ के लोगो ने तिलक लगाकर पुष्पगुच्छ देकर हमारा सम्मान बढ़ाया व नाच गा कर प्रसन्नता ब्यक्त की ।
उन्होंने बताया कि अपने कार्यकाल में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा जैसे प्लाटों में घास निकालते समय सांपो से सामना धोखे से हाथ मे आ जाना इसके अलावा प्रमुखता से कार्यो को पूर्ण करना , अधिकारियों के मुताबिक कहे काम को प्रमुखता से करना व जन सेवा कार्यो को प्राथमिकता से करना आदि हमारी सोच में अग्रणी था जिसे हमने पूर्ण रूप से निभाते हुए अपना समय काल पूरा किया ।
हमारे अधिकारी प्रभारी सहायक संचालक उद्यान अनूपपुर व्ही.डी. नायर जी भी 30 जुलाई को रिटायर्ड हुए है । उनका भी जिले कार्यालय में भब्य अभिनंदन कर बिदाई दी गयी । इसी अवसर में शनिवार को हमे भी बुलाया गया था , साथ ही पूरा स्टाफ व अधिकारीगणों ने भी उनका व हमारा भी बिदाई पुष्पगुच्छ, मालाएं पहनकर किये ।
आज हमारी बड़ी बेटी उमा पाण्डेय का भी जन्म दिन है , इस खुसी में बेटी ने केक भी परिवार जनों के बीच काटा । इस शुभ अवसर पर हमे बड़ी खुसी है । अब परिवार व समाज के कार्यो में हाथ बटाते हुए जीवन ब्यतीत होगा । माँ नर्मदा जी की ही अशीम अनुकंपा थी कि इतना लंबा समय अपने आँचल में रख गुजारे , अब आगे भी पार करेंगी । मैं अपने अधिकारीयो व सहपाठियों का शुक्रगुजार हूं कि सबने भरपूर सहयोग किया , मैं सभी का सुक्रिया करता हु ।