अमरकंटक – श्रवण उपाध्याय
मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में सोमवती हरियाली अमावस्या के पावन पर्व पर शिवभक्त बोलबम के नारों से जयघोष करते पूरे नर्मदा क्षेत्र में लगाते नजर आए , बड़े उल्लास और जोश भरे अंदाज में भक्तगण देखे गए । आज लोगो द्वारा नर्मदा स्नान पश्चात पूजा – पाठ के साथ शिवलिंग पर नर्मदा जल अर्पण कर बिल्व पत्र , पुष्प , चावल अन्य वस्तु अर्पण कर माथा टेक आशीष ग्रहण किया ।।
आज के पावन दिवस सोमवती हरियाली अमावस्या भी लोगो द्वारा मनाया गया । खास तौर पर यह पर्व महिलाओं के लिए खास माना जाता है । सुहागिन महिलाओ द्वारा अपने पति की लंबी उम्र की कामना लिए सैकड़ों महिलाओ ने पीपल के वृक्ष का 108 फेरे लगा कर पति की लंबी उम्र की कामना कर पूजन किया , धूप दीप नैवेद्य अर्पण कर माथा टेका ।
अमरकंटक में अनेक साधु संतो के आश्रम है जिनमे अनेक उनके भक्तगण तथा टूरिस्ट जन होटलों में अपनी व्यवस्था अनुरूप आकर रुकते है । श्रावण मास में कांवड़ियो की भी भारी भीड़ उमड़ती है जो की नर्मदा स्नान पश्चात कांवर में जल भर कर पूजन , हवन करके अपने अपने कांवर कंधो में उठा कर बोलबम के नारों का जयघोष करते हुए अमरकंटक से आगे की पदयात्रा में निकल जाते है ।
अमरकंटक में सावन मास में ज्यादातर शिव भक्त छत्तीसगढ़ , मध्यप्रदेश से आते है । अन्य प्रदेश के भी लोग आते जाते है ।