संवाददाता / श्रवण उपाध्याय
अमरकंटक । मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली/ पवित्र नगरी अमरकंटक प्रदेश के प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थलो में से एक है । पवित्र नगरी अमरकंटक में आगामी चैत्र नवरात्रि उत्सव की मां नर्मदा उद्गम स्थल परिसर की सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है । ज्योति कलश घर की साफ सफाई रंग रोगन तथा दीप कलश की सभी आवश्यक तैयारीया पूरी हो गई है । इस वर्ष घृत ज्योति प्रज्वलन कलश जवारे की धन-दान राशि 21 सौ रू से बढ़ाकर ₹ 25 सौ रू की गई है । सभी भक्त श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि इच्छुक भक्त एवं श्रद्धालुगण सही समय पर घृत ज्योति धन राशि नर्मदा मंदिर प्रांगण के टिकट घर के कार्यालय में टिकट कटा कर अपना मनोकामना घृत ज्योति प्रज्वलित करा सकते हैं तथा कलश जवारा स्थापित कर सकते हैं ।
श्री नर्मदा ऊदगम मंदिर ट्रस्ट के प्रभारी गणेश पाठक ने बताया कि मंदिर में चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व मनाए जाने की सभी आवश्यक तैयारीया पूरी कर ली गई है । ज्योति कलश की देखरेख एवं सुरक्षा व्यवस्था हेतु पंडित सुरेश द्विवेदी (छोटे महाराज) के द्वारा होती है तथा अनुष्ठान पूजन पाठ अर्चन का कार्य नर्मदा मंदिर पुजारी पंडित कामता प्रसाद द्विवेदी (नीलू महाराज) के द्वारा होती है । गत वर्ष चैत्र नवरात्रि में लगभग 111 घृत ज्योति प्रज्वलित हुई थी तथा जवारा कलश स्थापित हुआ था । इस वर्ष उससे भी अधिक ज्योति कलश स्थापित होने की उम्मीद जताई जा रही है ।
पवित्र नगरी अमरकंटक में चैत्र नवरात्रि में ज्यादा भीड़भाड़ अन्य जगह की अपेक्षा कम रहती है वहीं दूसरी ओर मैहर , रतनपुर तथा विंध्यवासिनी नवरात्रि के अवसर पर इन जगहों पर काफी ज्यादा भीड़ भाड़ बनी रहती है । इसके साथ ही शंकराचार्य आश्रम में आदिशक्ति मां जगदंबा मंदिर में घी का ज्योति तथा तैल का ज्योति प्रज्वलित होता है तथा कलश जवारा स्थापित किया जाता है तथा नगर के अन्य आश्रमों में भी ज्योति कलश की स्थापना की जाती है तथा 9 दिनों तक मां दुर्गे की पूरी श्रद्धा के साथ पूजन अर्चन व पाठ आदि किया जाता है ।