अमरकंटक :- श्रवण उपाध्याय —
पवित्र नगरी अमरकंटक में तीन दिनों से हो रही वर्षा से आखिरकार वर्षो से खाली पड़े पुष्कर सरोवर डेम के अलावा अन्य बांधो में जम कर पानी का भराव देखने को मिल रहा है ।
अमरकंटक में गुरुपूर्णिमा के पूर्व से हो रही वर्षा क्षेत्र में पानी ही पानी चारो तरफ दिखाई दे रहा है । लोगो का कहना है कि तीन दिनों से जिस तरह वर्षा क्षेत्र में हुई है उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि श्रावण मास पूरी तरह से भोलेबाबा जलाभिषेक से ओत प्रोत रहेंगे । ऐसा कहा जा रहा है कि अब वर्षा से यंहा पानी की कमी महसूस नही होने वाली । यंहा पर श्रावण महीने में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने अनेक जगहों से सोमवार को विशेष शुभ दिन मानकर अनेक जगह से लोग व कांवड़ियां यंहा पहुचते है , जो कि माँ नर्मदा उद्गम स्थल से पूजन अर्चन पश्चात नर्मदा जल लेकर 9 km. दूर जाकर जालेश्वर महादेव में जाकर अभिषेक व जल चढ़ाते है साथ ही नर्मदा जल अन्य जगहों पर भी ले जाकर अन्य शिव मंदिरों में चढ़ाते व अभिषेक कर श्रावण मास का पुण्य अर्जित करते है । जिस तरह वर्षा नजर आ रही है अगर इसी तरह वर्षा होती रही तो जरूर शिव भक्त अति प्रसन्न व आनंदमय होकर भोलेबाबा को धन्यवाद भी देने में भक्तगण हिचकिचाएंगे नही ।
अमरकंटक में पुष्कर बांध में काफी पानी भर गया है , जबकि अभी रामघाट में सीढ़ियों का काम चालू है । मैकल व सतपुड़ा की पहाड़ियों में आसमान से वर्षाकाल में सारे बादल जमीन को छूकर ही दम लेते है , जिसकी वजह से आवागमन में वाहन चालक काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । पर्यटक इस धुंध का बड़ा मजा लेते है और आनंद का एहसास भी करते है । श्रावण महीने में कांवरियों के अलावा पर्यटक भी काफी संख्या में पहुंचते है , लेकिन इस बार कोविड 19 को ध्यान में रखकर दूर दराज से भक्तगण व पर्यटक कितने यंहा पहुंचेगे यह कह पाना अभी मुश्किल है लेकिन प्रकृति अपना भरपूर छटा विखेरे हुए है ।