अमरकंटक में हर वर्ष100 से ज्यादा मूर्तियों का विसर्जन बने नर्मदा कुंड में होता है ।

दूर दूर से पहुंचती है मूर्तियां,कलेक्टर महोदय जी के निर्देशन में व्यवस्था चाक चौबंद ।

अमरकंटक / श्रवण उपाध्याय

मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में निर्धारित विसर्जन कुंड में रविवार 15 तारीख से लगातार रोजाना दूर दराज से गणेश जी की प्रतिमाएं भक्तो द्वारा गाजे बाजे के साथ लाए जा रहे है । नगर परिषद अमरकंटक द्वारा बनाए गए विसर्जन कुंड पर सभी मूर्तियों का जिला कलेक्टर महोदय के निर्देशन पर प्रशासन के उच्च पदाधिकारियों के मार्गदर्शन और देख रेख में कोई अनहोनी या दुर्घटना न हो पर नजर रखा जा रहा । विसर्जन कुंड पास बनाया गया पंडाल से सभी को सूचित करते हुए आने वाले गणेश विसर्जन वालो के नाम , पता लिखाने के बाद घाट पर रख पूजन , आरती बाद प्रवाहित (विसर्जन) किया जा रहा है ।

अमरकंटक के अनेक वार्डो हिंडालको , बाराती , पंडित दीनदयाल चौक , सर्किट हाउस तिराहा , जमुना दादर , टिकरी टोला प्रमुख रूप से गणेश पंडालों में गणेश जी की स्थापना की गई है । क्षेत्र के अनेक स्कूलों में भी गणेश मूर्तियों की प्रतिमाएं स्थापित कर पूजा अर्चना की जाती रही । अमरकंटक में प्रथम दिवस 15 गणेश प्रतिमाएं बने कुंड में विसर्जित हुई उसके दूसरे दिवस 16 सोमवार को 21 प्रतिमाएं और आज अनंत चतुर्दशी 17 सितंबर को खबर लिखे जाने तक 40 गणेश जी की प्रतिमाएं दूर दराज से पहुंच विसर्जित की गई , जिनमे पेंड्रा , जैतहरी , गौरेला आस पास , शहडोल , कोतमा , अनूपपुर क्षेत्र , गोहपारू आस पास आदि दूर दूर से गणेश भक्तो द्वारा प्रतिमाएं ला कर अमरकंटक में विसर्जन किया गया । इस प्रकार प्रशासन भी सभी तरह से व्यवस्थाओ को देखते हुए चाक चौबंद नजर बनाए हुए है । प्राप्त जानकारी अनुसार कुछ गणेश प्रतिमाएं कल यानी 18 सितंबर को भी विसर्जन हेतु प्रतिमाएं पहुंचेंगी । शहडोल कार्यालय से भी प्रदूषण नियंत्रण विभाग भी अमरकंटक पहुंचा हुआ है ।

इन सारी ब्यावस्थाओ में मुख्य रूप से अमरकंटक नायब तहसीलदार कौशलेंद्र मिश्रा , नगर परिषद सीएमओ भूपेंद्र सिंह बघेल , अमरकंटक थाना प्रभारी कलीराम परते , राजस्व निरीक्षक भेजरी शिव कोमल बनवासी , अमरकंटक पटवारी अश्वनी तिवारी , एसडीआरएफ तैराकी टीम अधारी सिंह , भागवत सिंह , नगर परिषद कर्मचारीगण , फॉरेस्ट विभाग कर्मचारियों आदि विभाग द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही हैं ।

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