अमरकंटक / श्रवण उपाध्याय
मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में शरदीय नवरात्रि के पावन पर्व पर मां भगवती शक्ति देवी दुर्गा जी की विशेष पूजन अर्चन किया जाता है । आश्रम में स्थित मंदिर प्रांगण व आश्रम को विशेष तौर पर सजाया जाता है । कल्याण सेवा आश्रम से जुड़े सैकड़ों भक्तो का आवागमन इस विशेष पर्व पर होता है ।
वीतराग तपस्वी बाबा कल्याण दास जी स्वतः मंदिर में संध्या कालीन 51 दीपो की महाआरती करते हैं तथा प्रबंधन्यासी स्वामी हिमांद्री मुनि जी खड़ग आरती करते नजर आएंगे । आश्रम में रात्रि निशा हवन होता है । 108 काशी के मूर्धन्य ब्राम्हणों द्वारा नित्य दुर्गा सप्तशती पाठ , पूजन , आराधना की जाती है । इस तरह नवरात्रि महोत्सव को कल्याण सेवा आश्रम में हर्षोल्लास पूर्वक मनाया जाता है ।